भीगी बरसाने की छोरी, आई होली आई है। लिए गुलाल आज खेले, देखो टोली आई है। भीगी बरसाने की छोरी, आई होली आई है। लिए गुलाल आज खेले, देखो टोली आई है।
श्वेत वसन में अतिशोभित अनुपम छवि दिखलायी है अभय मुद्रा में ममतामयी स्नेह लुटाने आयी श्वेत वसन में अतिशोभित अनुपम छवि दिखलायी है अभय मुद्रा में ममतामयी स्ने...
बसंत ऋतु आयी है खेतों में हरियाली लायी है, खुशियाँ सबके मन में छाई है हरियाली हर जग बसंत ऋतु आयी है खेतों में हरियाली लायी है, खुशियाँ सबके मन में छाई है ह...
वसंत ऋतु है आई पेड़-पौधे भी हैं झूमते, प्रकृति मुस्कुरा रही है कोयल सुंदर गीत गा रही वसंत ऋतु है आई पेड़-पौधे भी हैं झूमते, प्रकृति मुस्कुरा रही है कोयल सुंद...
जब तस्वीर क्षितिज पर आई है, तब फूलों का प्रेम प्रस्ताव है आया जब तस्वीर क्षितिज पर आई है, तब फूलों का प्रेम प्रस्ताव है आया
जात पात और धर्म बैठे तराजू की एक ओर हैं, समझ नहीं आता दूसरी ओर बैठा कौन है। जात पात और धर्म बैठे तराजू की एक ओर हैं, समझ नहीं आता दूसरी ओर बैठा कौन है।